रिपोर्ट – अतुल कुमार जैन
शिवपुरी | खनियाधाना जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत गताझलकुई में आदिवासी हितग्राहियों के लिए स्वीकृत प्रधानमंत्री जनमन आवास योजना में करोड़ों के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। इस पूरे मामले में तत्कालीन पंचायत सचिव जीवन सिंह यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसका बेटा रवि प्रताप यादव अभी तक फरार बताया जा रहा है। पुलिस उसकी तलाश में लगातार दबिश दे रही है।
कैसे हुआ घोटाला?
पंचायत सचिव जीवन सिंह यादव पर आरोप है कि उसने ग्राम पंचायत में स्वीकृत 125 जनमन आवासों का निर्माण कार्य खुद ठेके पर ले लिया था। जांच में पाया गया कि इनमें से केवल 37 आवास पूरी तरह बनकर तैयार हुए, 73 आवास केवल छत स्तर तक पहुंचे, जबकि 20 अधूरे आवासों को पोर्टल पर पूर्ण दिखाकर राशि का भुगतान करा लिया गया।
इसके अलावा सचिव ने आवासों की किश्त राशि सीधे हितग्राहियों से वसूल कर ली और काम अधूरा छोड़ दिया। यही नहीं, मनरेगा मद से 19.88 लाख रुपये मजदूरी भुगतान के नाम पर फर्जी खातों में ट्रांसफर कर खुद हड़प लिए।
जिला पंचायत की जांच में खुली पोल
जिला पंचायत सीईओ मोगराज मीणा के आदेश पर गठित जांच समिति ने जब मौके पर जांच की तो भ्रष्टाचार के ठोस सबूत मिले। जांच में यह भी सामने आया कि वर्तमान सचिव और रोजगार सहायक ने भी पूर्व सचिव के खिलाफ बयान दिए, जिससे मामला और पुख्ता हुआ।
इसके बाद सीईओ ने 24 सितंबर 2025 को बामौर कलां थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिस पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 7 अक्टूबर को सचिव जीवन सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया।
बेटा और सहआरोपी अभी फरार
मामले में जीवन सिंह यादव का बेटा रवि प्रताप यादव भी सहआरोपी है, जिस पर आवास निर्माण और मजदूरी भुगतान में गड़बड़ी करने के आरोप हैं। फिलहाल रवि प्रताप फरार है और पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
हितग्राहियों का आरोप — मजदूरी राशि हमारे खाते में नहीं आई
घोटाले का सबसे दर्दनाक पहलू तब सामने आया जब 50 आदिवासी हितग्राहियों ने बयान दिया कि उनकी मजदूरी राशि किसी और के खातों में डाली गई।
इनमें से 21 हितग्राहियों ने बताया कि सचिव और उसके बेटे ने पूरी राशि लेकर काम अधूरा छोड़ दिया, जबकि 29 हितग्राहियों ने संयुक्त पंचनामा में ठेका लेने और हेराफेरी के आरोप लगाए।
अपात्रों को भी लाभ दिलाया गया
जांच में यह भी खुलासा हुआ कि वर्ष 2023-24 में 11 अपात्र व्यक्तियों को 50-50 हजार रुपये की किश्तें जारी कर दी गईं। वहीं, 3 पात्र हितग्राहियों के 1.50 लाख रुपये सचिव ने अपने पास रख लिए।
प्रशासन ने दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी
सीईओ मोगराज मीणा ने कहा कि “पंचायत सचिव द्वारा किए गए इस भ्रष्टाचार की जांच पूरी तरह पारदर्शी तरीके से की जा रही है। दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी और हितग्राहियों को न्याय दिलाया जाएगा।”
बिंदु संक्षेप में:मुख्य
सचिव जीवन सिंह यादव गिरफ्तार, बेटा रवि प्रताप यादव फरार।
125 में से केवल 37 आवास पूरे, 20 अधूरे आवासों को पोर्टल पर पूर्ण दिखाया गया।
19.88 लाख रुपये मजदूरी राशि फर्जी खातों में ट्रांसफर।
11 अपात्रों को किश्त जारी, 3 हितग्राहियों के 1.50 लाख गायब।
जांच में भ्रष्टाचार की पुष्टि, प्रशासन ने सख्त कदम उठाए।
ये ख़बर आपने पढ़ी देश के तेजी से बढ़ते लोकप्रिय हिंदी आज तेजी से बदलते परिवेश में जहां हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है, ऐसे में
“दैनिक तेजस रिपोर्टर”
www.tejasreporter.com सटीक समाचार और तथ्यात्मक रिपोर्ट्स लेकर आधुनिक तकनीक से लैस अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत है। अपने निडर, निष्पक्ष, सत्य और सटीक लेखनी के साथ…24X7
मैं पंकज जैन ✍️और मेरे सहयोगी अब आप तक देश विदेश की महत्वपूर्ण खबरों को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं।
ऐसी ही ताज़ा और अहम ख़बरों के लिए जुड़े रहें!
सभी अपडेट्स व नोटिफिकेशन प्राप्ति के लिए नीचे दिए गए बेल आइकन पर क्लिक कर अभी सब्सक्राइब करें।
Author: Raju Atulkar
"पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, जिम्मेदारी भी है…" साल 2015 से कलम की स्याही से सच को उजागर करने की यात्रा जारी है। समसामयिक मुद्दों की बारीकियों को शब्दों में ढालते हुए समाज का आईना बनने की कोशिश। — राजू अतुलकर, तेजस रिपोर्टर डिजिटल
113





