✍️ डिजिटल डेस्क
नई दिल्ली/श्रीनगर | पहलगाम (Pahalgam) में हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। अब इस हमले से जुड़ी जांच में एक चौंकाने वाला सच सामने आया है। जांच एजेंसियों ने खुलासा किया है कि कम से कम 15 कश्मीरी ओवरग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और स्थानीय सहयोगी पाकिस्तानी आतंकियों को मदद पहुंचा रहे थे। (Kashmir OGWs, Terrorist Support)
गृह मंत्रालय (Home Ministry) ने हमले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपी है। प्रारंभिक इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस (Electronic Surveillance) से जो तथ्य उभर कर आए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। सूत्रों के मुताबिक, इन स्थानीय मददगारों ने आतंकियों को न केवल लॉजिस्टिक सपोर्ट (Logistics Support) प्रदान किया, बल्कि उनके लिए हथियारों की छुपाने से लेकर, खाने-पीने का इंतजाम करने तक हर मोर्चे पर सहायता की।
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पहलगाम हमले में स्थानीय नेटवर्क का बड़ा हाथ, एनआईए ने जांच तेज की
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इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस से OGW नेटवर्क का पर्दाफाश, 200 से ज्यादा हिरासत में
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पाकिस्तानी आतंकियों को दी लॉजिस्टिक सपोर्ट, कश्मीरी मददगारों पर शिकंजा
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हथियारों की तस्करी से लेकर भोजन तक का इंतजाम, स्थानीय मददगारों की भूमिका उजागर
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एनआईए, रॉ और जम्मू-कश्मीर पुलिस का साझा ऑपरेशन, मुख्य आरोपियों से पूछताछ जारी
मोबाइल चैट से हुआ खुलासा
जांच में पता चला है कि आतंकी हमले के दिन ये संदिग्ध उसी इलाके में मौजूद थे। उनके मोबाइल फोन (Mobile Tracking) चालू थे और आपस में बातचीत कर रहे थे। इलेक्ट्रॉनिक निगरानी के दौरान कई मोबाइल चैट (Mobile Chats) भी पकड़ी गईं, जिसमें पाकिस्तानी आतंकियों की गतिविधियों से जुड़े संदेश आदान-प्रदान हो रहे थे।
तीन गिरफ्तार, दो की तलाश जारी
एजेंसियों ने पांच मुख्य संदिग्धों की पहचान कर ली है। जिनमें से तीन को गिरफ्तार (Arrested OGWs) कर लिया गया है, जबकि दो की तलाश अब भी जारी है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों फरार आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की जा रही है और जल्द ही उन्हें पकड़ लिया जाएगा।
200 से अधिक हिरासत में
जम्मू-कश्मीर पुलिस (J&K Police), रॉ (RAW) और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की संयुक्त कार्रवाई में अब तक 200 से अधिक OGWs को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक जांच से संकेत मिले हैं कि इन में से कई पहले भी विभिन्न आतंकी घटनाओं (Terror Incidents in Kashmir) में शामिल रहे हैं।
लॉजिस्टिक्स और हथियारों की जिम्मेदारी
जानकारी के अनुसार, इन मददगारों ने आतंकियों के लिए गुप्त ठिकानों का इंतजाम किया था, जहां उन्हें आश्रय (Shelter) और भोजन (Food Supplies) मिलता था। इतना ही नहीं, पाकिस्तान से आए हथियारों (Pakistani Weapons) को भी यही लोग छुपाते और आगे बढ़ाते थे।
सुरक्षा एजेंसियों का बड़ा बयान
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमारे पास पर्याप्त सबूत हैं कि पहलगाम हमले में इन स्थानीय मददगारों की सीधी भूमिका थी। इनकी मदद के बिना हमले की योजना को अंजाम देना संभव नहीं था।” अधिकारियों का यह भी कहना है कि आगे आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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Author: Tejas Reporter
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