रिपोर्ट – राजू अतुलकर
रायसेन | सामुदायिक विकास और सकारात्मक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम उठाते हुए रायसेन पुलिस प्रशासन ने ‘सृजन’ नामक अपनी महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के तहत विषम परिस्थितियों में रहने वाले किशोर एवं किशोरियों को आत्मरक्षा, लैंगिक समानता, व्यक्तित्व विकास और विभिन्न कौशलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। गुरुवार को शासकीय विवेकानंद कॉलेज परिसर में आयोजित यूथ कनेक्टिविटी कार्यक्रम के माध्यम से इस योजना का विस्तार और प्रचार-प्रसार किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य समाज के उन युवाओं को सशक्त बनाना है जो सामाजिक, आर्थिक या पारिवारिक कारणों से पिछड़े हुए हैं। कार्यक्रम की शुरुआत एडिशनल एसपी कमलेश खरपुसे ने की, जिन्होंने बताया कि सृजन एक सामुदायिक पुलिसिंग योजना है, जो किशोरों की सुरक्षा और उनके सर्वांगीण विकास को केंद्र में रखकर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि यह पहल युवाओं को न केवल आत्मनिर्भर बनाएगी, बल्कि उन्हें समाज के निर्माण में सहभागी भी बनाएगी।
80 बच्चों ने लिया भाग, स्लम बस्ती से चयन
कार्यक्रम में स्लम बस्ती राहुल नगर से चुने गए 80 बच्चों ने भाग लिया। ये बच्चे 18 दिनों तक विशेष प्रशिक्षण से गुजरेंगे, जिसमें उन्हें आत्मरक्षा, व्यवहार परिवर्तन, घरेलू हिंसा की पहचान और रोकथाम, लैंगिक समानता और समुदायिक भागीदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षित किया जाएगा। इस चयन में राजकुमार साहू, जगदीश शर्मा, अमित चक्रवर्ती, नेहा प्रजापति, चेतन सेन, शेरू अहिरवार, विक्रम वर्मा, शिवनारायण सराठे, निखिल सेन और मोनिका ठाकरे की सराहनीय भूमिका रही।
समाज में लाएँगे बड़ा बदलाव
जिला समन्वयक अनिल भवरे ने बताया कि इस कार्यक्रम को कृषक सहयोग संस्थान पुलिस के साथ मिलकर संचालित करेगा। प्रशिक्षण के बाद ये युवा न केवल अपने जीवन में बल्कि समाज में भी बड़े बदलाव के वाहक बनेंगे। वह मानते हैं कि सही दिशा और अवसर मिलने पर युवा किसी भी समाज की दशा और दिशा दोनों बदल सकते हैं।
सशक्त और आत्मनिर्भर युवा ही समाज का आधार
एएसपी कमलेश खरपुसे ने कहा, “सृजन के अंतर्गत प्रशिक्षित युवा न केवल अपनी सुरक्षा कर पाएंगे बल्कि अपने आस-पास के लोगों की सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाएंगे। आत्मरक्षा का प्रशिक्षण उन्हें आत्मविश्वास से भर देगा और वे स्वावलंबी बनकर समाज में नेतृत्व की भूमिका निभा सकेंगे।”
शिक्षा और प्रशिक्षण से बनेगा बेहतर समाज
जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष मनोज कुशवाह ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षित और प्रशिक्षित व्यक्ति ही समाज की उन्नति में योगदान दे सकता है। सृजन के माध्यम से बच्चे न केवल शिक्षा बल्कि सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बेहतर ढंग से समझ पाएंगे।
सामुदायिक सहभागिता को मिलेगा बढ़ावा
कार्यक्रम में उपस्थित संस्था निदेशक डॉ. एच बी सेन ने बताया कि यह कार्यक्रम सिर्फ प्रशिक्षण तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे समुदायिक सहभागिता को भी बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि यह संपूर्ण पहल एडीजे विनीत कपूर के मार्गदर्शन में संचालित हो रही है।
सृजन एक ऐसा मंच है जो युवाओं को उनके जीवन की नई दिशा देने के साथ-साथ समाज में एक नई ऊर्जा का संचार करेगा। रायसेन पुलिस की यह पहल न केवल सराहनीय है बल्कि अनुकरणीय भी है, जो यह दर्शाती है कि जब पुलिस और समाज साथ मिलकर कार्य करते हैं तो परिवर्तन संभव है। यह कार्यक्रम निश्चित ही आने वाले समय में रायसेन जिले में सामाजिक जागरूकता, आत्मनिर्भरता और सुरक्षा के नए आयाम स्थापित करेगा।
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Author: TEJAS REPORTER (ED)
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