रायसेन में आश्वासनों के झूले पर झूलते ग्रामीण, आश्वासनों का भार, कब तक झेलेगा भार कच्छ?

SHARE:

रिपोर्ट-राकेश कुमार जैन
रायसेन | योजनाओं के इंतज़ार में टूटता धैर्य
रायसेन जिले के भार कच्छ गांव के निवासी एक बार फिर अपनी समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर से मिलने पहुंचे। यह गांव जिला मुख्यालय से लगभग 120 किलोमीटर दूर है, लेकिन यहां के लोगों की परेशानियां दूर करने में सरकार की तमाम योजनाएं नाकाम साबित हो रही हैं। ऐसे में आवास योजना के लाभ से वंचित इन ग्रामीणों का कहना है कि कई पंचवर्षीय योजनाएं आईं और गईं, लेकिन उनकी समस्याएं जस की तस बनी रहीं।

 

  • आवास योजना के इंतजार में थके ग्रामीणों का सब्र टूटा
  • चुनावी वादे और हकीकत: ग्रामीणों की आंखों में छलकती उम्मीदें
  • रायसेन के भार कच्छ गांव के लोगों की गुहार, योजनाएं कागज़ों तक सीमित
  • कलेक्टर ने दिए आवास योजना के जल्द क्रियान्वयन के निर्देश
  • सरपंचों के भरोसे गांव, योजनाएं अभी भी अधूरी
ग्रामीणों ने बताया कि वर्षों से सरपंचों के चक्कर लगाकर वे थक चुके हैं। जितने भी सरपंच बने, उन्होंने केवल वादे किए और फिर गायब हो गए। महिला ग्रामीणों का दर्द और भी गहरा था। उन्होंने कहा, “चुनाव के समय सरपंच चरण वंदना करते हैं और जैसे ही सत्ता में आते हैं, हमारी समस्याओं को भूल जाते हैं।”

कलेक्टर का आश्वासन :

कलेक्टर अरविंद दुबे ने ग्रामीणों की बात सुनने के बाद भरोसा दिलाया कि जल्द ही आवास योजना का लाभ सभी पात्र परिवारों तक पहुंचेगा। कलेक्टर के इस वादे ने ग्रामीणों को थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन सवाल यही है कि क्या यह आश्वासन वाकई हकीकत में बदलेगा, या फिर यह भी सिर्फ एक वादा बनकर रह जाएगा।

ये ख़बर आपने पढ़ी देश के तेजी से बढ़ते सबसे लोकप्रिय हिंदी न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म 🖱️www.tejasreporter.com पर📱आज तेजी से बदलते परिवेश में जहां हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है, ऐसे में
📰 “दैनिक तेजस रिपोर्टर” www.tejasreporter.com सटीक समाचार और तथ्यात्मक रिपोर्ट्स लेकर आधुनिक तकनीक से लैस अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत है। अपने निडर, निष्पक्ष, सत्य और सटीक लेखनी के साथ मैं पंकज जैन ✍🏻 और मेरे सहयोगी अब ⏱️24X7 आप तक देश विदेश की महत्वपूर्ण खबरों को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं। सभी अपडेट्स व नोटिफिकेशन प्राप्ति के लिए नीचे दिए गए बेल आइकन पर क्लिक कर अभी सब्सक्राइब करें।
Tejas Reporter
Author: Tejas Reporter

Join us on:

सबसे ज्यादा पड़ गई
Marketing Hack4u
error: Content is protected !!