शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का सच: पंजीकृत 147 संस्थान, पर सैकड़ों अवैध क्लीनिक और झोलाछाप डॉक्टरों का राज

SHARE:

रिपोर्ट – अतुल कुमार जैन
शिवपुरी | दमोह जिले के मिशन अस्पताल में सात मरीजों की संदिग्ध मौत के बाद पूरे प्रदेश का स्वास्थ्य तंत्र झकझोर उठा, लेकिन शिवपुरी जिला अब भी गहरी नींद में है। जिले में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) कार्यालय की रिपोर्ट के अनुसार, पूरे जिले में मात्र 147 पंजीकृत क्लीनिक और नर्सिंग होम ही संचालित हैं, जो इस बात की ओर साफ इशारा करते हैं कि जिले के दूर-दराज क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की हालत कितनी गंभीर है।
अगर हम खनियाधाना और पिछोर क्षेत्रों की बात करें, तो यहां कुल 10 पंजीकृत क्लीनिक और सिर्फ 1 नर्सिंग होम ही दर्ज हैं। खनियाधाना में न्यू मेट्रो नर्सिंग होम, मां विद्यांशी डायग्नोस्टिक क्लीनिक, हेमंत क्लीनिक, सर्वोदय क्लीनिक (बमौरकला), अरिहंत चिकित्सालय, और शांति क्लीनिक शामिल हैं। वहीं पिछोर में पाठक क्लीनिक, चौहान क्लीनिक (अछरोनी), मां विद्यांशी होम्योपैथिक क्लीनिक, और श्री महाकालेश्वर क्लीनिक पंजीकृत हैं।
दिनारा की घटना ने खोली पोल
18 अप्रैल को दिनारा क्षेत्र के मां पीतांबरा क्लीनिक में एक नवजात की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने जांच की तो अंदर से अवैध अस्पताल का भंडाफोड़ हुआ। इस क्लीनिक में ओटी टेबल, औजार, दवाइयां और 117 नॉर्मल डिलीवरी व 8 सीजर का रिकॉर्ड मिला। यह स्पष्ट प्रमाण था कि बिना पंजीकरण, बिना प्रशिक्षित डॉक्टरों के यहां बड़ी संख्या में प्रसव कराए जा रहे थे। स्वास्थ्य विभाग ने मौके पर क्लीनिक को सील कर दिया, लेकिन सवाल यह है कि कितने और ऐसे अवैध अस्पताल जिले में संचालन कर रहे हैं?
दमोह से सीख नहीं ली शिवपुरी ने
दमोह जिले के मिशन अस्पताल में सात मरीजों की मौत के मामले में फर्जी डॉक्टर एन. जॉन केम उर्फ नरेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया, लेकिन यह घटना भी शिवपुरी के स्वास्थ्य विभाग की आंखें नहीं खोल सकी। जिले में कई जगहों पर फर्जी डॉक्टर, अपंजीकृत क्लीनिक और अवैध मेडिकल स्टोर आज भी बेरोकटोक चल रहे हैं।
पुराने आदेशों पर भी अमल नहीं
संचालनालय लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा, मध्यप्रदेश ने 15 जुलाई 2024 को सभी जिलों को निर्देश जारी किए थे कि झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इसके बाद भी शिवपुरी में न तो कोई बड़ा अभियान चला और न ही किसी डॉक्टर या संस्थान पर कोई बड़ी कार्रवाई हो सकी। फरवरी 2025 में कलेक्टर व एसपी के संयुक्त आदेश से निरीक्षण दलों का गठन हुआ था, लेकिन यह आदेश भी सिर्फ कागजों तक ही सीमित रह गया।
फर्जी डिग्रियों के सहारे चल रही दुकाने
शिवपुरी जिले में झोलाछाप डॉक्टर आरएमपी, एमडीबी, एएमएस (अल्टरनेटिव), बीवाईपीएस (बायोकेमिकल), वीईएचएमएस (इलेक्ट्रोपैथी) जैसी डिग्रियों का इस्तेमाल कर मरीजों का इलाज कर रहे हैं। ये डिग्रियां न तो भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त हैं और न ही इनके आधार पर कोई चिकित्सा सेवा दी जा सकती है। बावजूद इसके, ऐसे डॉक्टर गांवों में क्लीनिक चला रहे हैं, दवाइयां दे रहे हैं, यहां तक कि प्रसव भी करवा रहे हैं।
मान्यता प्राप्त डिग्रियां और योग्यताएं
भारत में निम्न डिग्रियों को मान्यता प्राप्त है:
एम.बी.बी.एस – एलोपैथी चिकित्सा के लिए
बी.डी.एस – डेंटल सर्जरी के लिए
बी.ए.एम.एस – आयुर्वेद चिकित्सा के लिए
बी.एच.एम.एस – होम्योपैथी चिकित्सा के लिए
बी.यू.एम.एस – यूनानी चिकित्सा के लिए
वहीं मेडिकल स्टोर संचालन के लिए डी.फार्मा, बी.फार्मा, एम.फार्मा जैसी डिग्रियों की आवश्यकता होती है। लेकिन जिले में कई ऐसे मेडिकल स्टोर संचालित हो रहे हैं जिनके पास इन योग्यताओं का कोई प्रमाण नहीं है।
अब भी वक्त है कार्रवाई का
शिवपुरी जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति चिंताजनक है। यदि प्रशासन जल्द कार्रवाई नहीं करता, तो यह किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। अवैध क्लीनिकों, फर्जी डॉक्टरों और अपंजीकृत मेडिकल स्टोर पर कार्रवाई ज़रूरी है ताकि आमजन को सुरक्षित, मानक स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग को अब केवल निरीक्षण तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि ठोस और कठोर कार्रवाई करनी होगी।
जागरूक नागरिकों, सामाजिक संगठनों और मीडिया को भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाने की आवश्यकता है ताकि शिवपुरी एक सुरक्षित और स्वस्थ जिला बन सके।

ये ख़बर आपने पढ़ी देश के तेजी से बढ़ते लोकप्रिय हिंदी आज तेजी से बदलते परिवेश में जहां हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है, ऐसे में
दैनिक तेजस रिपोर्टर
www.tejasreporter.com सटीक समाचार और तथ्यात्मक रिपोर्ट्स लेकर आधुनिक तकनीक से लैस अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत है। अपने निडर, निष्पक्ष, सत्य और सटीक लेखनी के साथ…24X7
मैं पंकज जैन ✍️और मेरे सहयोगी अब आप तक देश विदेश की महत्वपूर्ण खबरों को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं।
ऐसी ही ताज़ा और अहम ख़बरों के लिए जुड़े रहें!
सभी अपडेट्स व नोटिफिकेशन प्राप्ति के लिए नीचे दिए गए बेल आइकन पर क्लिक कर अभी सब्सक्राइब करें।

Join us on:

Leave a Comment

सबसे ज्यादा पड़ गई
Marketing Hack4u
error: Content is protected !!