रिपोर्ट- अतुल कुमार जैन
शिवपुरी | मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में स्थित माधव नेशनल पार्क को जल्द ही टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने जा रहा है। इस संबंध में राज्य सरकार द्वारा होली के पहले, 8 या 10 मार्च को आधिकारिक घोषणा किए जाने की संभावना है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा गजट नोटिफिकेशन भी जारी किया जाएगा, जो इस ऐतिहासिक फैसले को कानूनी मान्यता प्रदान करेगा।
टाइगर रिजर्व का दर्जा: पर्यटन को नई ऊंचाइयां
माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद क्षेत्र में पर्यटन उद्योग को जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि होगी। बाघों को देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक यहां आएंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत आधार मिलेगा।
टाइगर रिजर्व बनने के बाद पार्क का क्षेत्रफल 375 वर्ग किलोमीटर से बढ़ाकर 1200 वर्ग किलोमीटर तक किया जाएगा। इसके लिए आसपास के 13 गांवों को पार्क के बफर ज़ोन में शामिल करने की प्रक्रिया जारी है। इस विस्तार से बाघों और अन्य वन्यजीवों को बेहतर प्राकृतिक आवास मिलेगा, जिससे उनकी सुरक्षा और संरक्षण को मजबूती मिलेगी।
बाघों की बढ़ती संख्या: संरक्षण प्रयासों का परिणाम
माधव नेशनल पार्क में बाघों के संरक्षण को लेकर लंबे समय से प्रयास किए जा रहे हैं। वर्तमान में पार्क में कुल पांच बाघ हैं, जिनमें एक मादा बाघ ने छह महीने पहले दो शावकों को जन्म दिया था। पार्क प्रबंधन का कहना है कि जल्द ही पन्ना टाइगर रिजर्व से दो और बाघ — एक नर और एक मादा — लाए जाएंगे। इसके बाद पार्क में कुल बाघों की संख्या बढ़कर सात हो जाएगी।
इन बाघों के आने से न केवल जैव विविधता में इजाफा होगा, बल्कि पार्क में बाघों की स्थायी आबादी को लेकर संरक्षण के प्रयास भी सफल होंगे। यह पहल वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है, क्योंकि माधव नेशनल पार्क में टाइगर रिजर्व बनने के बाद बाघों के दीदार के अवसर बढ़ जाएंगे।
प्रशासन की तैयारियां जोरों पर
टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के शामिल होने की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन और पार्क प्रबंधन युद्धस्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पार्क के सभी गेट पर्यटकों के लिए खोलने की योजना बनाई जा रही है। इससे पर्यटक पार्क के विभिन्न क्षेत्रों में जाकर बाघों और अन्य वन्यजीवों को आसानी से देख सकेंगे।
स्थानीय लोगों के लिए नए अवसर
टाइगर रिजर्व बनने के बाद शिवपुरी जिले में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। पर्यटन के बढ़ने से होटल व्यवसाय, रेस्टोरेंट, परिवहन सेवा, गाइड सेवा और स्थानीय उत्पादों की मांग में वृद्धि होगी। इससे ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को स्वरोजगार के बेहतरीन अवसर मिलेंगे।
पार्क के आसपास स्थित गांवों में हस्तशिल्प, स्थानीय खानपान और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और युवाओं को अपने क्षेत्र में ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।
पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा
टाइगर रिजर्व बनने से न केवल पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि जैव विविधता को संरक्षित करने में भी सहायता मिलेगी। पार्क के विस्तारित क्षेत्र में बाघों के साथ-साथ अन्य दुर्लभ वन्यजीवों जैसे—तेन्दुआ, भालू, चीतल, नीलगाय और सांभर के संरक्षण के लिए अधिक सुरक्षित वातावरण मिलेगा।
वन्यजीव विशेषज्ञों का मानना है कि बाघ जैसे शीर्ष शिकारी के संरक्षण से संपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, पार्क का विस्तार होने से स्थानीय पेड़-पौधों और पक्षियों की प्रजातियों को भी बेहतर आवास मिलेगा।
सुरक्षा और पर्यटकों के लिए विशेष इंतजाम
पार्क प्रबंधन ने सुरक्षा के मद्देनजर विशेष इंतजाम किए हैं। बाघों के आवास क्षेत्र में सख्त निगरानी व्यवस्था की जाएगी ताकि अवैध शिकार और जंगलों के अतिक्रमण को रोका जा सके। इसके लिए पार्क प्रशासन आधुनिक उपकरणों जैसे ड्रोन कैमरा, सीसीटीवी और रेडियो कॉलर का उपयोग कर रहा है।
पर्यटकों की सुविधा के लिए पार्क में सफारी वाहनों की संख्या बढ़ाने, विश्राम गृहों के निर्माण और गाइडों को विशेष प्रशिक्षण देने की योजना पर काम किया जा रहा है। इससे पर्यटक सुरक्षित माहौल में प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों का आनंद ले सकेंगे।
टाइगर रिजर्व का दर्जा: ऐतिहासिक उपलब्धि
माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने का निर्णय मध्य प्रदेश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इससे पहले राज्य में छह टाइगर रिजर्व थे — कान्हा, पेंच, सतपुड़ा, बांधवगढ़, संजय दुबरी और पन्ना। माधव नेशनल पार्क इस सूची में सातवां टाइगर रिजर्व बनकर शामिल होगा।
मध्य प्रदेश को पहले ही देश का “टाइगर स्टेट” कहा जाता है क्योंकि यहां सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं। माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने के बाद यह स्थिति और मजबूत होगी।
स्थानीय जनता में उत्साह
माधव नेशनल पार्क को टाइगर रिजर्व का दर्जा मिलने की खबर से शिवपुरी जिले के स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है। स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि इस फैसले से जिले को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी।
@पढ़ें पूरी खबर सिर्फ *तेजस रिपोर्टर* पर।
www.tejasreporter.com
गाँव से शहर तक, सड़क से सरकार तक और जमीन से जिम्मेदारों तक हम बनेंगे आपकी आवाज।
✍🏻 *Editor in chief* :
PANKAJ JAIN
✒️ *अ.संवाददाता* : अतुल कुमार जैन
*कार्यालय : 6262013334*
🌎स्थानीय समाचारों सहित देशभर की ताजा-तरीन खबरों के लिए *डाउनलोड करें*
👉🏻 *दैनिक तेजस रिपोर्टर* का एंड्रॉयड ऐप या हमारे वेब-पोर्टल www.tejasreporter.com को निःशुल्क सब्सक्राइब कर नोटिफिकेशन पाएं जिससे आप रहें हमेशा अपडेट ।
📰समाचार पत्र/चैनल/एप्प/पोर्टल पर अपने क्षेत्रों के समाचार एवं विज्ञापनों के प्रकाशन/प्रसारण हेतु सम्पर्क करें ।
*अब पढ़िये ख़बरें अपनी मनपसंद भाषा में-*
हिन्दी, इंग्लिश, गुजराती, पंजाबी, मराठी, बंगला, उर्दू इत्यादि किसी भी भाषा में ख़बरें पढ़ें ।
*नोट* : देश भर में विभिन्न स्तरों पर संवाददाताओं की आवश्यकता है। योग्य व इच्छुक व्यक्ति कार्यालयीन समय में सम्पर्क करें।

Author: Raju Atulkar
तेजस रिपोर्टर डिजिटल के लिए काम करता हूं। पत्रकारिता में साल 2015 से सफर की शुरुआत की। अब समसामयिक विषयों पर खबरें लिखने में रुचि रखता हूं।
Post Views: 306