रिपोर्ट-राकेश कुमार जैन
भोपाल, मध्य प्रदेश | अगर आप सांची दूध का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है। राजगढ़ जिले की एक प्राइवेट डेयरी से भोपाल के सांची कलेक्शन सेंटर तक 4200 लीटर मिलावटी दूध की सप्लाई किए जाने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग द्वारा की गई जांच में यह मामला सामने आया, जिससे मध्य प्रदेश डेयरी फेडरेशन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो गए हैं।
-
4200 लीटर मिलावटी दूध सप्लाई: भोपाल में दूध की गुणवत्ता पर संकट!
-
खुलासा: मिलावटी दूध में मिलाया जा रहा डिटर्जेंट और यूरिया!
-
भोपाल के सांची कलेक्शन सेंटर तक पहुंच रहा था नकली दूध!
-
मध्य प्रदेश में नकली दूध माफिया का पर्दाफाश, आपकी सेहत पर खतरा!
-
सांची दूध सुरक्षित है या नहीं? जांच में चौंकाने वाले खुलासे!
-
तेजस रिपोर्टर की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट: क्या आप जहरीला दूध पी रहे हैं?
डेढ़ महीने में तीन छापे, भारी मात्रा में नकली दूध बनाने की सामग्री जब्त
राजगढ़ जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने पिछले डेढ़ महीने में तीन अलग-अलग निजी डेयरियों पर छापे मारे, जहां से नकली दूध तैयार करने में इस्तेमाल होने वाली सामग्री जब्त की गई। दस्तावेजों की जांच में सामने आया कि बीते एक महीने में जितेंद्र गिरी नामक डेयरी संचालक ने 4200 लीटर सिंथेटिक दूध भोपाल दुग्ध संघ को सप्लाई किया। खाद्य विभाग को इस संदिग्ध कारोबार के पक्के सबूत मिले हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि यह मिलावटी दूध कारोबार बीते 6 महीनों से जारी था।
कैसे तैयार किया जाता है मिलावटी दूध?
विशेषज्ञों के अनुसार, नकली दूध बनाने के लिए असली दूध में सोयाबीन तेल, यूरिया, डिटर्जेंट और माल्टोज पाउडर मिलाया जाता है। इन तत्वों से दूध में सफेदी और हल्की मिठास आती है, जिससे यह असली दूध जैसा दिखता है।
मुख्य घटक :
>> सोयाबीन तेल/पाम ऑयल: दूध में क्रीम की मात्रा बढ़ाने के लिए
>> माल्टोज पाउडर: मिठास के लिए
>> यूरिया: दूध की गाढ़ापन बढ़ाने के लिए
>> डिटर्जेंट : झाग और सफेदी लाने के लिए
सेहत के लिए बेहद खतरनाक
डॉक्टरों का कहना है कि मिलावटी दूध के सेवन से शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों तरह की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
शॉर्ट टर्म प्रभाव :
-
पेट दर्द
-
उल्टी और दस्त
-
स्किन एलर्जी
लॉन्ग टर्म प्रभाव :
-
पाचन संबंधी समस्याएं
-
लिवर सिरोसिस और किडनी डैमेज का खतरा
-
कुछ केमिकल कैंसर का कारण भी बन सकते हैं
भोपाल दुग्ध संघ कैसे चूक गया?
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि भोपाल दुग्ध संघ इस मिलावट को पकड़ने में असफल क्यों रहा? आखिर सांची दूध कलेक्शन सेंटर पर यह मिलावट पकड़ में क्यों नहीं आई? यह गंभीर लापरवाही उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरा बन सकती है।
तेजस रिपोर्टर की खास अपील
हम सिर्फ खबरें नहीं दिखाते, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी निभाते हैं। अगर आप सांची दूध और अन्य डेयरी उत्पादों का उपयोग कर रहे हैं, तो सतर्क रहें। इस मुद्दे पर सरकार और संबंधित विभागों को कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
इस घटना ने दूध उपभोक्ताओं को झकझोर कर रख दिया है। सरकार को इस पर सख्त कदम उठाने होंगे ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उपभोक्ताओं को भी सतर्क रहना होगा और दूध खरीदते समय गुणवत्ता की जांच करनी होगी।
ये ख़बर आपने पढ़ी देश के तेजी से बढ़ते लोकप्रिय हिंदी न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म 🖱️www.tejasreporter.com पर
📱आज तेजी से बदलते परिवेश में जहां हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है, ऐसे में
📰 “दैनिक तेजस रिपोर्टर”
🌐 www.tejasreporter.com सटीक समाचार और तथ्यात्मक रिपोर्ट्स लेकर आधुनिक तकनीक से लैस अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत है। अपने निडर, निष्पक्ष, सत्य और सटीक लेखनी के साथ…
मैं पंकज जैन ✍🏻 और मेरे सहयोगी अब ⏱️24X7 आप तक देश विदेश की महत्वपूर्ण खबरों को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं।
ऐसी ही ताज़ा और अहम ख़बरों के लिए जुड़े रहें! सभी अपडेट्स व नोटिफिकेशन प्राप्ति के लिए नीचे दिए गए बेल आइकन पर क्लिक कर अभी सब्सक्राइब करें।

Author: Tejas Reporter
449