रिपोर्ट-राजू अतुलकर
रायसेन | डिजिटल युग में इंटरनेट हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है, लेकिन इसके बढ़ते उपयोग के साथ ही साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। साइबर ठगी, ऑनलाइन फ्रॉड, हैकिंग, सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट और ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग जैसी घटनाएं आए दिन सामने आ रही हैं। इन्हीं चुनौतियों से निपटने और आमजन को सतर्क करने के लिए रायसेन पुलिस ने साइबर सुरक्षा जागरूकता अभियान ‘सेफ क्लिक’ की शुरुआत की। इस अभियान का शुभारंभ सीएम राइज स्कूल से एसपी पंकज पांडे ने किया।
इस अवसर पर एसपी पांडे ने कहा कि जागरूकता ही साइबर अपराधों से बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है। इंटरनेट के उपयोग में सावधानी और सतर्कता ही साइबर ठगी और अन्य डिजिटल अपराधों को रोक सकती है। इस अभियान के तहत जिलेभर में विभिन्न जागरूकता गतिविधियां चलाई जाएंगी, जिनमें पोस्टर प्रतियोगिता, जनजागरूकता रैली, नुक्कड़ नाटक, इंटरनेट साइबर मेला, रेडियो चैनल प्रचार, ऑनलाइन सुरक्षा प्रश्नोत्तरी जैसे आयोजन शामिल होंगे।
हेल्पलाइन नंबर जारी – साइबर अपराध से बचाव के लिए करें कॉल
साइबर अपराध से जुड़ी किसी भी समस्या के समाधान के लिए रायसेन पुलिस ने हेल्पलाइन नंबर 1390 और 9479996699 जारी किया है। वहीं, देशभर में साइबर अपराध की शिकायत के लिए सरकार द्वारा जारी राष्ट्रीय हेल्पलाइन नंबर 1930 पर भी संपर्क किया जा सकता है।
साइबर अपराध से बचाव के लिए जागरूकता जरूरी
कार्यक्रम में बच्चों को संबोधित करते हुए एसपी पंकज पांडे ने बताया कि साइबर अपराधों से बचने के लिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और इंटरनेट का सुरक्षित तरीके से उपयोग करें। उन्होंने कहा कि साइबर अपराधी अधिकतर भोले-भाले लोगों को ही अपना शिकार बनाते हैं। ठग अकाउंट हैक कर सकते हैं, ओटीपी पूछकर बैंक खातों से पैसे निकाल सकते हैं, सोशल मीडिया पर अश्लील या भ्रामक सामग्री डालकर बदनाम कर सकते हैं।
साइबर अपराधियों का कोई निश्चित स्थान नहीं होता। वे दूर-दराज के इलाकों में बैठकर भी अपराध कर सकते हैं। एक अपराधी दार्जिलिंग में रह सकता है, खाते का संचालन हैदराबाद से हो सकता है और ठगी की घटना नोएडा में घट सकती है। इससे पुलिस के लिए अपराधियों तक पहुंचना चुनौती बन जाता है।
सोशल मीडिया पर बरतें सतर्कता
एसपी पांडे ने बताया कि डिजिटल युग में साइबर अपराध कई रूपों में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि –
✔ अपनी व्यक्तिगत जानकारी सोशल मीडिया पर साझा न करें।
✔ अनजान लोगों के भेजे गए लिंक पर क्लिक न करें।
✔ बैंक या किसी अन्य संस्था के नाम पर आने वाले फर्जी कॉल और मैसेज से बचें।
✔ फ्री गिफ्ट, लॉटरी या इनाम के नाम पर होने वाली ठगी से सावधान रहें।
✔ अनजान व्यक्तियों के साथ वीडियो कॉल करने से बचें, यह ब्लैकमेलिंग का कारण बन सकता है।
इंटरनेट और मोबाइल साइबर अपराध का मुख्य माध्यम
कार्यक्रम में कृषक सहयोग संस्थान के निदेशक डॉ. एच. बी. सेन ने बताया कि आजकल साइबर अपराधी मोबाइल गेम्स और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को फंसाते हैं। उन्होंने बताया कि कई गेमिंग ऐप्स बच्चों को टास्क देकर पैसे वसूलने का काम करते हैं।
कुछ गेम बच्चों को ब्लैकमेल करके आत्महत्या तक करने के लिए उकसाते हैं।
मोबाइल गेमिंग की लत से कई लोगों के बैंक खाते खाली हो गए।
सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट बनाकर ठगी और साइबर बुलिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
डॉ. सेन ने अभिभावकों को सलाह दी कि वे बच्चों को मोबाइल और इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग से बचाएं।
जब तक आप न चाहें, साइबर अपराध नहीं हो सकता
कार्यक्रम में महिला थाना प्रभारी पूनम सविता ने कहा कि –
“साइबर अपराध तब तक नहीं हो सकता, जब तक आप न चाहें।”
अगर हम इंटरनेट और मोबाइल का सुरक्षित उपयोग करें, सतर्कता बरतें और जागरूक रहें, तो खुद को साइबर अपराध से बचा सकते हैं।
कैसे करें सुरक्षित इंटरनेट उपयोग?
1. किसी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक की जानकारी न दें।
2. सोशल मीडिया पर अपनी निजी तस्वीरें और वीडियो अपलोड करने से बचें।
3. स्ट्रांग पासवर्ड का उपयोग करें और उन्हें समय-समय पर बदलते रहें।
4. पब्लिक वाई-फाई पर ऑनलाइन बैंकिंग या ट्रांजेक्शन न करें।
5. किसी अनजान लिंक पर क्लिक न करें – यह फिशिंग हमला हो सकता है।
6. मोबाइल पर किसी भी अज्ञात एप्लिकेशन को डाउनलोड करने से पहले जांच लें।
सीएम राइज स्कूल से शुरू हुई जनजागरूकता रैली
कार्यक्रम के अंत में सीएम राइज स्कूल से एक जनजागरूकता रैली निकाली गई, जिसमें पुलिस अधिकारी, शिक्षकों, विद्यार्थियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
रैली के दौरान साइबर अपराधों से बचाव के स्लोगन लिखे पोस्टर दिखाए गए और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से साइबर सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।
बढ़ते साइबर अपराध – बड़ी चिंता
रायसेन पुलिस द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, बीते कुछ वर्षों में ऑनलाइन ठगी, बैंक फ्रॉड और साइबर बुलिंग के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
ऑनलाइन ठगी: रोजाना हजारों लोग साइबर ठगों का शिकार होते हैं।
बैंक फ्रॉड: फर्जी कॉल और ईमेल के जरिए बैंक खातों से पैसे उड़ाए जाते हैं।
सोशल मीडिया क्राइम: फेक अकाउंट से साइबर बुलिंग और ब्लैकमेलिंग की घटनाएं बढ़ रही हैं।
हैकिंग: लोगों के सोशल मीडिया और ईमेल अकाउंट हैक कर डाटा चोरी किया जा रहा है।
साइबर अपराध से बचने के लिए पुलिस की अपील
रायसेन पुलिस ने आमजन से अपील की कि –
✔ साइबर अपराध से जुड़ी किसी भी घटना की तुरंत शिकायत करें।
✔ साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930, 1390 और 9479996699 पर कॉल करें।
✔ साइबर सुरक्षा से जुड़ी जानकारी अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं।
‘सेफ क्लिक’ अभियान के माध्यम से पुलिस का उद्देश्य साइबर सुरक्षा को लेकर समाज में जागरूकता फैलाना है।
निष्कर्ष
डिजिटल युग में जहां इंटरनेट हमारी जिंदगी को आसान बना रहा है, वहीं साइबर अपराध भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में जरूरी है कि लोग सतर्क रहें, सुरक्षित इंटरनेट उपयोग करें और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक बनें। रायसेन पुलिस द्वारा शुरू किया गया ‘सेफ क्लिक’ अभियान एक सराहनीय पहल है, जो लोगों को साइबर अपराधों से बचने में मदद करेगा।
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Author: Raju Atulkar
"पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, जिम्मेदारी भी है…" साल 2015 से कलम की स्याही से सच को उजागर करने की यात्रा जारी है। समसामयिक मुद्दों की बारीकियों को शब्दों में ढालते हुए समाज का आईना बनने की कोशिश। — राजू अतुलकर, तेजस रिपोर्टर डिजिटल