Mahakumbh Stampede Update : महाकुंभ मेले में मौनी अमावस्या के दिन एक दिल दहला देने वाली भगदड़ मच गई, जिससे पूरे प्रयागराज में सनसनी फैल गई। इस दर्दनाक हादसे में अब तक 30 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 25 मृतकों की पहचान भी हो चुकी है। शुरुआती तौर पर इस दुर्घटना में मारे गए लोगों का आंकड़ा केवल अनुमानित था, लेकिन बाद में यह संख्या आधिकारिक रूप से तय की गई। बावजूद इसके 40 अधिक लोगों के मारे जाने की अपुष्ट जानकारी प्राप्त हो रही है। महाकुंभ के दौरान मची इस भगदड़ में कई श्रद्धालु घायल हुए हैं, जिनका इलाज अस्पतालों में जारी है।
प्रयागराज में इस भीषण घटना के बावजूद, महाकुंभ मेला अपने शिखर पर है, और यहां 8 से 10 करोड़ श्रद्धालु अमृत स्नान के लिए एकत्रित हुए हैं। घटना के बावजूद, मेले में स्थिति फिलहाल सामान्य बनी हुई है, और आम श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं।
DIG महाकुंभ, वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस घटनाक्रम की जानकारी दी, और बताया कि स्थिति को पूरी तरह से संभालने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह हादसा, जिसमें लाखों श्रद्धालुओं का जमावड़ा था, उस दौरान अचानक अफरा-तफरी का कारण बन गया, लेकिन अब प्रशासन ने इसे नियंत्रित कर लिया है।
महाकुंभ 2025 से संबंधित अन्य घटनाएं :
हाल ही में, महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 19 में गैस सिलेंडर विस्फोट से आग लग गई थी, जिसमें लगभग 18 तंबू जलकर नष्ट हो गए। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, और आग पर शीघ्र ही काबू पा लिया गया।
सुरक्षा प्रबंध :
महाकुंभ जैसे विशाल आयोजन में भीड़ प्रबंधन एक बड़ी चुनौती है। प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं, जिसमें 50,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और 2,500 से अधिक कैमरों से निगरानी शामिल है। श्रद्धालुओं से अपील है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और संयम बनाए रखें।
बता दें कि पहले साधु संतों का स्नान रद्द किया गया था लेकिन अब खबर है, की भीड़ कम होने के बाद अखाड़ों का अमृत स्नान शुरू होगा। तो चलिए 10 प्वाइंट में जानते हैं कि आज महाकुंभ मेले में कब-क्या हुआ।
01.रात में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, बैरिकेड्स टूटे, भगदड़ मची
मौनी अमावस्या पर देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु संगम तट पर स्नान के लिए पहुंचे। रात 12 बजे के बाद ही घाटों पर भीड़ बढ़ने लगी। संगम नोज क्षेत्र में स्नान के लिए उत्सुक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रशासन द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स भीड़ के दबाव को झेल नहीं सके और रात करीब 1:30 बजे टूट गए। कुछ लोग बैरिकेड्स पार करने लगे, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई और अफरा-तफरी मच गई।
2. भगदड़ के बाद चीख-पुकार, पुलिस-प्रशासन ने संभाली स्थिति
अचानक मची भगदड़ के कारण वहां मौजूद लोग घबरा गए, और चारों ओर चीख-पुकार मच गई। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने तेजी से स्थिति को काबू में करने की कोशिश की। घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जिससे एंबुलेंस को रास्ता मिल सके। फिलहाल कई घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। कुछ लोगों की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्रशासन सतर्क है, हालांकि अभी तक आधिकारिक रूप से किसी मौत की पुष्टि नहीं की गई है।
3. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुलाई आपात बैठक
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई। इसमें मुख्य सचिव, डीजीपी, गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। बैठक में मौनी अमावस्या पर हो रहे अमृत स्नान के प्रबंधन पर चर्चा हुई और सुरक्षा को लेकर नए निर्देश दिए गए।
4. सीएम योगी का बयान – बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश में भगदड़
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण बैरिकेड्स टूटे और भगदड़ मच गई। उन्होंने कहा, “रात 1 से 2 बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स लगाए गए थे, जिन्हें कुछ श्रद्धालु पार करने की कोशिश कर रहे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई और कई लोग घायल हो गए। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया है।”
5. पीएम मोदी समेत कई बड़े नेताओं ने लिया घटनाक्रम का जायजा
भगदड़ की सूचना मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कई बार फोन पर स्थिति की जानकारी ली। इसके अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी हालात पर नजर बनाए रखी। सीएम योगी ने बताया कि प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी लगातार संपर्क में हैं और प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए जा रहे हैं।
6. अमृत स्नान जारी रहेगा, पहले आम श्रद्धालु फिर अखाड़े
सीएम योगी ने साफ कर दिया कि अमृत स्नान की प्रक्रिया जारी रहेगी। पहले आम श्रद्धालु स्नान करेंगे, उसके बाद अखाड़ों के संत स्नान करेंगे। प्रशासन ने अखाड़ों से बातचीत कर यह निर्णय लिया है कि जब भीड़ कुछ कम होगी, तब अखाड़े स्नान करेंगे। सीएम ने आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है, हालांकि, भीड़ का दबाव अब भी बना हुआ है। बताया जा रहा है कि इस समय प्रयागराज में 8 से 9 करोड़ लोग मौजूद हैं।
7. अब तक 3.75 करोड़ श्रद्धालु कर चुके स्नान, संगम क्षेत्र में भीड़ बनी हुई
आज सुबह 10 बजे तक लगभग 3.75 करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं, और यह सिलसिला लगातार जारी है। संगम नोज, अखाड़ा मार्ग और नाग वासुकी मार्ग पर अब भी भीड़ बनी हुई है। प्रशासन ने अपील की है कि श्रद्धालु सिर्फ संगम नोज पर ही न जाएं, बल्कि अन्य अस्थायी घाटों पर भी स्नान कर सकते हैं।
8. सुरक्षा कड़ी, सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात
अब संगम तट पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ और रैपिड एक्शन फोर्स (RAF) को भी तैनात कर दिया गया है। ये टीमें अखाड़ा मार्ग और अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था संभाल रही हैं। मेला क्षेत्र के डीआईजी वैभव कृष्ण ने अखाड़ों के स्नान मार्गों का निरीक्षण किया है, जिसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि अखाड़ों का अमृत स्नान किस समय होगा।
9. संगम तट पर हालात नियंत्रण में, लेकिन भीड़ बनी हुई
फिलहाल, प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है। स्नान का क्रम जारी है, पहले आम लोग स्नान कर रहे हैं, फिर साधु-संतों का अमृत स्नान होगा। पुलिस और प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। क्राउड मैनेजमेंट के लिए डायवर्जन प्लान लागू कर दिया गया है और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पल-पल की जानकारी ले रहे हैं।
10. महाकुंभ की परंपरा – अखाड़ों का भव्य अमृत स्नान
महाकुंभ मेले की परंपरा के अनुसार, संन्यासी, बैरागी और उदासीन अखाड़े भव्य जुलूस के साथ संगम तट पर पहुंचते हैं और एक निर्धारित क्रम में अमृत स्नान करते हैं। इस क्रम में पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी सबसे पहले स्नान करता है। त्रिवेणी संगम – गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का संगम – हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान विशेष स्नान तिथियों पर संगम में डुबकी लगाने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष प्राप्त होता है।
मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम तट पर जबरदस्त भीड़ उमड़ी, जिससे प्रशासन को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। हालांकि, शुरुआती अव्यवस्था के बाद अब स्थिति नियंत्रण में है। प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्नान की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं हालात पर नजर बनाए हुए हैं। अब सभी की निगाहें अखाड़ों के अमृत स्नान पर टिकी हैं।
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Author: Tejas Reporter
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