भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले सामने आने से चिंता का माहौल बन गया है। सोमवार को, कर्नाटक, तमिलनाडु और गुजरात में पांच नए मामले दर्ज किए गए, जबकि मंगलवार को नागपुर में दो और केस मिलने की पुष्टि हुई। इन सभी मामलों में बच्चे संक्रमित पाए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस वायरस के बढ़ते मामलों पर सतर्कता दिखाते हुए कहा है कि स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने अपने बयान में देशवासियों को आश्वस्त किया कि घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा,
“HMPV कोई नया वायरस नहीं है। इसकी पहचान पहली बार 2001 में हुई थी, और यह दुनिया के कई हिस्सों में पहले से मौजूद है।”
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भारत में HMPV के मामलों में इजाफा, बच्चों पर सबसे ज्यादा असर
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स्वास्थ्य मंत्रालय का अलर्ट: जानें कैसे बचें HMPV संक्रमण से
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नागपुर में HMPV के दो नए केस, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
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HMPV वायरस: क्या यह सर्दियों का नया खतरा है?
HMPV वायरस: क्या है यह और कैसे फैलता है?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन संबंधी वायरस है, जो मुख्यतः बच्चों और बुजुर्गों को प्रभावित करता है। यह वायरस हवा के माध्यम से या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। सर्दियों और वसंत ऋतु में इसकी सक्रियता बढ़ जाती है। इसके लक्षण सामान्य फ्लू से मिलते-जुलते हैं, जिनमें खांसी, बुखार, नाक बहना और सांस लेने में दिक्कत शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि HMPV गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, खासकर बच्चों और उन लोगों में, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है। हालांकि, यह वायरस कोविड-19 जितना घातक नहीं है।
सरकार और राज्यों की तैयारियां :
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस वायरस के खतरे को देखते हुए राज्य में अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने स्वास्थ्य विभाग को सतर्क रहने और बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, नागपुर में हाल ही में सात साल के एक बच्चे और 13 साल की बच्ची की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। दोनों को बुखार और खांसी की शिकायत थी, जिसके बाद जांच में वायरस की पुष्टि हुई।
स्वास्थ्य मंत्रालय और आईसीएमआर ने कहा है कि भारत में अब तक जितने भी मामले सामने आए हैं, वे सभी नियंत्रण में हैं। वायरस से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें कहा गया है-
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मुंह और नाक को ढककर रखें
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बार-बार हाथ धोएं
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भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें
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बीमार व्यक्ति से उचित दूरी बनाए रखें
HMPV पर विशेषज्ञों की राय :
चीन में HMPV के तेजी से फैलने की खबरों ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। भारत में इसके मामले बढ़ने के बाद सोशल मीडिया पर लॉकडाउन जैसे शब्द ट्रेंड करने लगे हैं। हालांकि, विशेषज्ञों ने स्पष्ट किया है कि यह कोरोना वायरस जितना गंभीर नहीं है और इसके लिए लॉकडाउन जैसे कदमों की आवश्यकता नहीं होगी।
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने इस वायरस पर अध्ययन शुरू कर दिया है और जल्द ही अपनी रिपोर्ट साझा करेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने भी कहा है कि भारत में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
बचाव के उपाय :
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खांसते या छींकते समय टिशू या रूमाल का इस्तेमाल करें।
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भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें और बीमार लोगों से दूरी बनाए रखें।
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पौष्टिक आहार लें और शरीर को हाइड्रेटेड रखें।
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अपने घर और कार्यस्थल पर अच्छे वेंटिलेशन की व्यवस्था करें।
HMPV वायरस पर नियंत्रण रखने के लिए सरकार और स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह तैयार हैं। हालांकि, यह एक गंभीर स्थिति है, लेकिन कोरोना जैसी वैश्विक महामारी की पुनरावृत्ति की संभावना नहीं है। नागरिकों से अपील है कि वे सतर्क रहें और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें।
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Author: Tejas Reporter
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