रिपोर्ट-अतुल जैन
शिवपुरी | मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में वन विभाग ने अंतरराज्यीय खैर कटाई और लकड़ी तस्करी के संगठित गिरोह के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। वनमंडलाधिकारी के निर्देशन में गठित विशेष वनदल ने मुखबिर की सूचना पर आयशर ट्रक (क्रमांक UP11CT5711) को पकड़ा। इस ट्रक में अमरूद की आड़ में खैर की अवैध लकड़ी का परिवहन हो रहा था। टीम ने ट्रक समेत लकड़ी को जप्त किया और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की।

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अमरूद की आड़ में खैर लकड़ी की तस्करी, ट्रक जप्त
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शिवपुरी-झालावाड़ की संयुक्त कार्रवाई में आरा मशीन सील
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रातभर पीछा कर पकड़ा गया तस्करों का ट्रक
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खैर लकड़ी तस्करी में दो गिरफ्तार
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वन विभाग की छापेमारी में बड़ा खुलासा, अवैध काष्ठ जप्त
अवैध खैर लकड़ी और आरा मशीन सील
उपवनमंडलाधिकारी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में ट्रक चालक साजिद अली पुत्र वारिस अली और शौर्यवीर विश्वकर्मा पुत्र विनोद कुमार विश्वकर्मा, निवासी बहराइच, उत्तर प्रदेश, शामिल हैं। उनके खिलाफ वन अपराध के तहत प्रकरण दर्ज कर उन्हें न्यायालय में प्रस्तुत किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
यह गिरोह खैर लकड़ी के अवैध व्यापार में लंबे समय से सक्रिय था। वन विभाग ने राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना क्षेत्र में स्थित नौशाद अली की आरा मशीन पर भी छापेमारी की। इस कार्रवाई में बड़ी मात्रा में खैर लकड़ी और अन्य प्रजातियों की लकड़ी अवैध रूप से पाई गई, जिसे जप्त कर लिया गया। आरा मशीन को भी सील कर दिया गया है।
हाईवे पर घेराबंदी :
वनदल ने रात करीब 3 बजे NH-46 (ककरवाया, शिवपुरी) पर संदिग्ध ट्रक को आते देखा। ट्रक को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन चालक ने ट्रक भगाने की कोशिश की। तत्पश्चात टीम ने घेराबंदी कर ट्रक को पकड़ लिया। तलाशी में ट्रक में खाली प्लास्टिक क्रेट्स के बीच खैर की छिली हुई लकड़ी मिली, जो बिना हैमर नंबरिंग के थी।
चालक से पूछताछ में पता चला कि ट्रक में अमरूद की जगह खैर की लकड़ी भरी गई थी। जब कानूनी दस्तावेज मांगे गए तो चालक कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं कर सका।
संयुक्त कार्रवाई में बड़ा खुलासा :
वन विभाग ने इस पूरे मामले में राजस्थान और मध्य प्रदेश के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित किया। शिवपुरी और झालावाड़ की संयुक्त टीम ने पर्याप्त पुलिस बल के साथ मनोहरथाना क्षेत्र में छापेमारी की। इस दौरान नौशाद अली की आरा मशीन पर खैर की लकड़ी और उसके छिलके अवैध रूप से पाए गए।
टीम की सराहनीय भूमिका :
इस कार्रवाई में उपवनमंडलाधिकारी मनोज कुमार सिंह, वन परिक्षेत्राधिकारी गोपाल सिंह जाटव, वनपाल गिरीश नामदेव, वनरक्षक नकुल शर्मा, भुवनेश यादव, विक्रांत पाठक, सहदेव शर्मा और सौरभ सिंह की भूमिका महत्वपूर्ण रही। उनकी तत्परता और समर्पण से यह गिरोह कानून के शिकंजे में आया।
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Author: Tejas Reporter
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