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बिहार के बांका जिले से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 70 वर्षीय सेवानिवृत्त एएनएम (नर्स) के साथ अपहरण के बाद सामूहिक बलात्कार किया गया और फिर बेरहमी से उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद महिला के शव को तीन टुकड़ों में काटकर बदुआ नदी के किनारे दफना दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से शव के अवशेष बरामद किए हैं और मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें पीड़िता का एक करीबी रिश्तेदार भी शामिल है।
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>> 20 लाख की फिरौती, गैंगरेप और हत्या की रूह कंपा देने वाली कहानी
>> नदी किनारे दफनाई गई नर्सः पांच आरोपी गिरफ्तार
>> बांका की खौफनाक वारदात :महिला के तीन टुकड़े कर नदी किनारे गाड़ा
कैसे हुआ अपहरण और फिरौती का खेल?
27 दिसंबर को पीड़िता अपने घर से निकली और फिर लौटकर नहीं आई। जब देर रात तक उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो उसके पति पीडीएस डीलर सुधीर प्रसाद ने उसकी खोजबीन शुरू की। 30 दिसंबर को सुबह पीड़िता की बहू को अपहरणकर्ताओं का फोन आया। कॉल पर धमकी दी गई कि 20 लाख रुपये फिरौती नहीं देने पर अंजाम बुरा होगा। सुधीर प्रसाद ने तत्काल इस घटना की रिपोर्ट जमुई थाने में दर्ज कराई।
पुलिस जांच और शव की बरामदगी
2 जनवरी को पुलिस ने बेलहर थाना क्षेत्र के कुमरैल घाट के पास से एक सिरकटी लाश बरामद की। फॉरेंसिक टीम और डॉग स्क्वायड की मदद से शव की पहचान की गई। यह वही रिटायर्ड नर्स थी, जिसका अपहरण किया गया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए घटना को सुलझाने के लिए एक विशेष टीम बनाई।
घिनौने अपराध की पूरी कहानी
पूछताछ में खुलासा हुआ कि आरोपी राजीव रंजन दास ने पीड़िता को बहाने से कटौना स्थित पेट्रोल पंप पर बुलाया। वहां से उसे अगवा कर बांका के बिशुनपुर गांव ले जाया गया। आरोपी श्रवण मंडल के घर में महिला को रखा गया और फिर नदी के किनारे ले जाकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया गया। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। आरोपियों ने शव के तीन टुकड़े कर अलग-अलग स्थानों पर दफना दिया।
कौन हैं मुख्य आरोपी ?
पुलिस ने इस मामले में महिला का करीबी रिश्तेदार राजीव रंजन दास, श्रवण कुमार मंडल, अजय मांझी, संतोष यादव और दिलीप गिरी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में राजीव ने यह भी स्वीकार किया कि पीड़िता ने उससे नौकरी दिलाने के नाम पर 18.86 लाख रुपये लिए थे, लेकिन वह रकम लौटाने में असमर्थ थी। शुरुआती जांच में पता चला कि राजीव खुद भी एक नौकरी रैकेट गिरोह से जुड़ा था। महिला रिश्ते में मुख्य आरोपी की चचेरी मामी लगती थी।
अंतिम कार्रवाई और न्याय की उम्मीद
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ फोरेंसिक साक्ष्य जुटाने के बाद आरोप-पत्र दाखिल करने की तैयारी की है। इस घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है और अपराधियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग उठ रही है।
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Author: Tejas Reporter
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